RECRUITMENT मानव संसाधन नियोजन का वह चरण है जिसके अंतर्गत सामान्य व्यक्ति का किसी खास पद या कार्य के लिए आवेदन के द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है।
दूसरे शब्दों में किसी खास कार्य या कार्यों के लिए इच्छुक एवं निपुण व्यक्ति या व्यक्तियों की पहचान करने एवं आवेदन देने के लिए प्रोत्साहित करने की प्रक्रिया को भर्ती कहा जाता है। इसे एक धनात्मक क्रिया कहा जाता है क्योंकि इस प्रक्रिया में यह इच्छा कार्य करती है कि ज्यादा से ज्यादा सक्षम व्यक्ति आवेदन करें जिससे कि सक्षम व्यक्तियों की एक सूची तैयार हो सके और आवश्यकता अनुसार सक्षम व्यक्तियों का चयन हो सके।
प्रोफेसर एडविन फिलिप्पो के अनुसार
भर्ती संभावित कर्मचारियों की खोज करने तथा उन्हें संगठन कार्यों के लिए आवेदन करने के लिए उत्प्रेरित करने की प्रक्रिया है।
प्रोफ़ेसर ब्यूल के अनुसार
किसी विक्रय पद के लिए उपलब्ध प्रार्थी ओं में से सर्वोत्तम की सक्रिय खोज करना ही भर्ती है।
डल एस बीच के अनुसार
भारतीय संभावित कर्मचारियों के स्रोत का निर्धारण करने व्यक्तियों को कार्य अवसरों के बारे में सूचित करने तथा उन प्रार्थियों को संस्थाओं में आकर्षित करने की प्रक्रिया है जो कार्यों का निष्पादन करने की वांछित योग्यता रखते हो।
उपर्युक्त परिभाषा ओं से स्पष्ट है कि कर्मचारियों की भर्ती वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा संस्था में विभिन्न रिक्त पदों के लिए व्यक्तियों की खोज की जाती है तथा उन्हें रिक्त पदों तथा उनके लिए आवश्यक योग्यताओं के संबंध में जानकारी देकर उन्हें संस्था में आवेदन करने के लिए प्रेरित किया जाता है ताकि संगठन का लक्ष्य प्राप्ति के लिए उपर्युक्त मानव संसाधनों की पूर्ति की जा सके।
Characteristics of recruitment
भर्ती की विशेषताएं
भर्ती के प्रमुख लक्षण या विशेषताएं निम्नलिखित है।
1. भर्ती योग्य व्यक्तियों की खोज की प्रथम प्रक्रिया है
2. इसमें व्यक्तियों को आवेदन देने के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया जाता है
3. इसमें भर्ती के विभिन्न स्रोतों का निर्धारण करके उन्हें बनाए रखने का प्रयास किया जाता है
4' भर्ती एक सकारात्मक प्रक्रिया है
5. भर्ती एवं चुनाव परस्पर संबंध है लेकिन दोनों में पर्याप्त अंतर होता है।
भर्ती वर्तमान एवं भविष्य दोनों प्रकार की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए की जा सकती है
6' भर्ती संस्था में चलने वाली निरंतर प्रक्रिया है
7. भारती के द्वारा प्रत्येक कार्य के लिए पर्याप्त मात्रा में आवेदकों की पूर्ति उत्पन्न होनी चाहिए ताकि नियोक्ता को चयन की सुविधा हो।
Need for recruitment of employees
कर्मचारियों की भर्ती की आवश्यकता
लगभग सभी व्यवसायिक संगठनों को कर्मचारियों की भर्ती की आवश्यकता अनेक कारणों से होती है इनमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित है
संस्था का विकास एवं प्रतिस्पर्धा
तकनीकी परिवर्तन
कर्मचारी आवर्तन
औद्योगिकीकरण
अन्य कारण
संस्था का विकास एवं प्रतिस्पर्धा- बाजार की नई परिस्थितियों नए उत्पादों नए संयंत्र अथवा नई परियोजनाओं के कारण नई नई संस्थाएं विकसित होती रहती है प्रतिस्पर्धा के कारण भी संस्था की उत्पादन क्षमता व विक्रय गतिविधियों में वृद्धि होती रहती है फल स्वरुप संस्था के विभिन्न विभागों में कर्मचारियों की मांग बढ़ जाती है जिसके कारण नए कर्मचारियों की भर्ती करनी पड़ती है।
तकनीकी परिवर्तन- प्रौद्योगिकी की सुधारों नवीन अविष्कारों वह तकनीकी परिवर्तनों के कारण भी मानव शक्ति में आवश्यक समायोजन करने पड़ते हैं।
कर्मचारी आवर्तन- संस्था में स्थानांतरण सेवानिवृत्ति सेवा मुक्ति त्यागपत्र मृत्यु बीमारी आदि कारणों से कई बार आकाश मिक रिक्तियां हो जाती है इससे अतिरिक्त कर्मचारियों की भर्ती आवश्यक हो जाती है।
औद्योगिकीकरण- समानता औद्योगिक विकास के फल स्वरुप अत्यधिक संख्या में संस्थाएं विकसित होती हैं जिनके फलस्वरूप तकनीशियन विक्रेताओं नए प्रशिक्षित कर्मियों की आवश्यकता उत्पन्न होती है।
अन्य कारण-
आकस्मिक रिक्ता पूरा करने के लिए
नवीन कार्यों व दायित्वों का निर्वहन करने के लिए
भाभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए
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