Tuesday, October 18, 2022

WTO: World Trade Organisation . Function of WTO in hindi by Swami Sharan / WTO by Swami Sharan

द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात, विश्व की प्रमुख शक्तियों ने विचार करके व्यापारिक अवरोधों को कम करने एवं सीमित करने और व्यापारिक विवादों के निपटारे के लिए नियम बनाएं। नियमों का यह समुच्चय अथवा बहुआयामी व्यापार समझौता general agreement on trade and tariff (GATT) कहलाया, जिसकी रचना 1947 में 23 सदस्य देशों ने की। तथापि, 1990 के मध्य में अनेक देशों ने एक सुदृढ़ बहुआयामी संगठन पर बल दिया जो अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का नेतृत्व करें और अंतरराष्ट्रीय व्यापार विवादों का निपटारा करें।

GATT,  1JAN 1948 को लागू हुआ। यह टेरिफ रेट नियंत्रित करने के लिए बनाया गया।
गेट में सिर्फ गुड्स का व्यापार होता था और उसके साथ-साथ सेवा के क्षेत्र में व्यापार की जरूरत पड़ने लगी। बौद्धिक संपदा पर विचार की आवश्यकता पड़ी बौद्धिक संपदा से आज से ज्ञान को बेचने से है।

    GATT के स्थान पर नया संगठन डब्ल्यूटीओ: , विश्व व्यापार संगठन का औपचारिक उदय 1 जनवरी 1995 को हुआ, जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार के निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण की प्रमुख संस्था है। इसकी रचना के समय 85/104 संस्थापक सदस्य थे। वर्तमान में 164 देश इसके सदस्य हैं जिसमें विकसित एवं विकासशील दोनों प्रकार के देश हैं परंतु बहुमत 117 विकासशील देशों का है। भारत एवं पाकिस्तान भी सदस्य देश हैं। 1991 में नेपाल और चीन भी इसका सदस्य बना।

"WTO is a new globally recognised trade organisation which the new name succeeding GATT. "

"विश्व व्यापार संगठन एक नया विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त संगठन है जो कि GATT का नया नाम हैं।"


Function of WTO
विश्व व्यापार संगठन के कार्य:

विश्व व्यापार संगठन भारत सहित कम से कम 50 ही देश के सहयोग से एक जनवरी 1995 से प्रभावी हो गया है अब विश्व स्तर पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष तथा विश्व बैंक सहित डब्ल्यूटीओ तृतीय आर्थिक स्तंभ के रूप में है।

विश्व व्यापार संगठन के कार्य निम्नलिखित हैं।
1. विश्व व्यापार संगठन का प्रमुख कार्य है नई विश्व व्यापार को लागू करना।
2. विश्व व्यापार को समयावधि को आधार बनाते हुए इस प्रकार इसे बढ़ावा देना ताकि प्रत्येक देश उससे लाभान्वित हो सकें ।

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